1
/
of
1
98Bookscart
Sochiye Aur Amir Baniye (Think and Grow Rich)Paperback – Hindi Edition by Napoleon Hill
Sochiye Aur Amir Baniye (Think and Grow Rich)Paperback – Hindi Edition by Napoleon Hill
Regular price
Rs. 159.00
Regular price
Rs. 199.00
Sale price
Rs. 159.00
Unit price
/
per
Shipping calculated at checkout.
Couldn't load pickup availability
Product details
- Publisher : Om SaiTech Books (22 August 2021)
- Language : Hindi
- Paperback : 271 pages
- ISBN-10 : 8194725666
- ISBN-13 : 978-8194725664
- Item Weight : 430 g
- Dimensions : 22 x 15 x 2.1 cm
- Country of Origin : India
"सोचिये और अमीर बनिए (Think and Grow Rich) by Napoleon Hill" Book अमीर बनने की रlह में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। किसी भी इंसान के जीवन में सफलता आने से पहले उसके जीवन में अस्थाई पराजय या असफलता ज़रूर आती है। जब आदमी पराजित हो जाता है तो सबसे आसान रास्ता यही होता है कि मैदान छोड़ दिया जाए और ज़्यादातर लोग यही करते हैं।
लोगों को महानतम सफलता उस मोड़ पर मिली जब वे हार चुके थे और हारने के बिंदु से एक क़दम आगे ही सफलता उनका इंतज़ार कर रही थी। सफलता बहुत चालाक और मजाकिया किस्म की होती है। इसे लोगों को तब गिराने में मज़ा आता है जब सफलता उनके बहुत क़रीब होती है
आप यह भी जान लें कि आप ढेर सारी दौलत कभी नहीं कमा सकते, अगर आपमें अमीर बनने की प्रबल इच्छा नहीं है और अगर आप वास्तव में यह विश्वास नहीं करते कि यह दौलत आपके पास होगी।
मस्तिष्क की कोई सीमाएँ नहीं हैं, सिवाय उनके जिन्हें हम मान लेते हैं। गरीबी और अमीरी दोनों ही विचार की संतानें हैं।
लोगों को महानतम सफलता उस मोड़ पर मिली जब वे हार चुके थे और हारने के बिंदु से एक क़दम आगे ही सफलता उनका इंतज़ार कर रही थी। सफलता बहुत चालाक और मजाकिया किस्म की होती है। इसे लोगों को तब गिराने में मज़ा आता है जब सफलता उनके बहुत क़रीब होती है
आप यह भी जान लें कि आप ढेर सारी दौलत कभी नहीं कमा सकते, अगर आपमें अमीर बनने की प्रबल इच्छा नहीं है और अगर आप वास्तव में यह विश्वास नहीं करते कि यह दौलत आपके पास होगी।
मस्तिष्क की कोई सीमाएँ नहीं हैं, सिवाय उनके जिन्हें हम मान लेते हैं। गरीबी और अमीरी दोनों ही विचार की संतानें हैं।
Share
